Sunday, November 13, 2016

अपना अपना आसमान


ज़िन्दगी में हर  किसी का अपना अपना आसमान
हर कोई अपने ज़ुनून ,की कह रहा है दास्तान ,
ज़िन्दगी की  ,तल्खियाँ ,और हर तरफ खामोशियाँ
दिल को घायल कर गयी हैं ,बढ़ गयी  बेचैनियाँ ,
ज़ख़्म ऐ दिल तो भर गए ,न  मिट सके उनके निशाँ
अपना अपना आसमान  ………………


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